The brief history and success story of mrf company in hindi कंपनी का इतिहास और सफलता की कहानी

"टायर विथ मसल्स "
" जी हाँ दोस्तों टायर विथ मसल्स यह ￰उसी कंपनी का स्लोगन है जिसके बारे में मैं आज आपको बताने जा रहा हूं, जिसका नाम टायर सुनते ही हमारे जुबां पर आ जाता है दोस्तों उस  ब्रांड के बारे में मैं आपको बताने जा रहा हूं जिस ब्रांड का बैट सचिन तेन्दुलकर जैसे खिलाड़ियों ने यूज़ किया है जी हाँ दोस्तों आज  मैं आपको  बताने जा रहा हूं MRF  ब्रांड के बारे में तो चलिए जानते हैं MRF ब्रांड के बारे में। 
  • दोस्तों MRF का पूरा नाम मद्रास रबर फैक्ट्री है यह टायर और  रबड़ से बने उत्पादों का बहुत ज्यादा मात्रा में उत्पादन करती है, इसका मुख्यालय चेन्नई  है जैसा कि आप लोगों को मालूम ही होगा कि चेन्नई मद्रास का ही नया नाम है। 
  • कंपनी के संस्थापक का नाम के एम मममेन मप्पीलाई हैं , उनका जन्म 28 नवंबर 1922 को हुआ और 80 वर्ष  की अवस्था में उनका देहांत 3  मार्च 2003  को हो गया, उन्होंने अपना ग्रेजुएशन मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से किया, 1993 में उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से विभूषित किया गया वह दक्षिणी भारत के ऐसे पहले उद्योगपति हैं जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
 यह तो बस थोड़ा सा छोटा सा संक्षिप्त परिचय था इस ब्रांड के बारे में चलिए विस्तार से जानते हैं कि किस तरह से समय दर समय  बढ़ते हुए यह कंपनी आज पूरे भारत के 50 सबसे बड़े ब्रांड में शामिल है। किस तरह से एक छोटे से घर से शुरु हुई यह कंपनी अब इतनी बड़ी कंपनी बन चुकी है।


एक तरह से हम कह  सकते हैं की  1946 में MRF कंपनी की शुरुआत हुई पर उस समय मप्पीलाई जी  के द्वारा खिलौना गुब्बारा बनाया जाता था एक ही छत के नीचे और फिर धीरे धीरे वे दस्ताने और गर्भनिरोधक बनाने लगे और अपना पहला ऑफिस चीटे स्ट्रीट, मद्रास में खोला और धीरे-धीरे यह  रबड़ से बने उत्पादों को बहुत ज्यादा मात्रा में बेचने लगे यही यही कारण है की 1956 तक आते-आते यह कंपनी  रबर के क़ारोबार में बड़ा नाम बन गया और 50% से अधिक शेयर का मालिक बन गया।

 1961 इस कंपनी के लिए बहुत बड़ा साल बनकर आया जब यह संयुक्त राज्य अमेरिका  में स्थित मैन्सफील्ड टायर एंड रबर कंपनी के साथ मिलकर  टायर बनाना चालु किया , और उसी साल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री  के कामराज ने  MRF  का पहला टायर लॉन्च किया।
  • 1964 में बेरुत जो की  लेबनान की राजधानी है MRF के पहले विदेशी कार्यालय का गवाह बना। 
  •  1967 में एमआरएफ  USA को टायर निर्यात करने वाली पहली कंपनी बनी। 
  •  1973 में सर्वप्रथम इस कंपनी ने नायलॉन का टायर  बनाना चालू किया। 
  •  1979 में इस कंपनी का मैन्सफील्ड टायर एंड रबर कंपनी टेशन से नाता  टूट गया पर तब तक यह  कंपनी 1 अरब की बन चुकी थी और 1987 तक  आते  आते 3 अरब की। 
  • मारुति 800 भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ी में से एक  गिनी जाती है उस गाड़ी में जिस टायर का  उपयोग किया गया वह भी MRF के द्वारा बनाया गया था। 
  • 1989 में इस कंपनी ने हस्ब्रो इंटरनेशनल यूएसए,  जो दुनिया के सबसे बड़ी खिलौना बनाने वाली कंपनी में से एक है उसके साथ फनस्कूल इंडिया  का शुभारंभ किया। 
  •  अगर देखा जाए तो यह कंपनी अपने उत्पाद  के उच्च गुणवत्ता के लिए खासतौर पे जानी जाती है और  यही कारण है की 2001 में सर्वप्रथम इसे जेडी पावर अवार्ड मिला ,दोस्तों मैं आप लोगों को बता दूं कि  जेडी पावर अवार्ड  उस कंपनी को दिया जाता है जिसकी उत्पाद की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है 2001 से लेकर 2016  तक यह अवार्ड इस कंपनी को 12 बार दिया जा चूका है ,इसके साथ- साथ और भी कई प्रकार का अवार्ड है जो इस कंपनी को अब तक मिल चूका है। जिसके बारे में मैं अगर बताने लागूं तो पोस्ट की लम्बाई बहुत ज्यादा हो जायेगी।
  • अमेरिका, यूरोप, प्रशांत क्षेत्र , सहित कंपनी का कारोबार कुल मिलाकर 65 देशों में फैल चुकी  है जहाँ यह अपने उत्पादों का निर्यात करती है
  • रबड़ से बने उ्पाद को छोड़ दिया जाए तो यह कंपनी एक फाउंडेशन भी चलाती है जिसका नाम पेस फाउंडेशन है जिसकी शुरुआत 1987 में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली के सहयोग से किया गया यह फाउंडेशन तेज गेंदबाजों को प्रशिक्षित करने का काम करती है अगर हम बात करें कुछ ऐसे खिलाडी के बारे में जो इस कंपनी के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं तो दोस्तों सर्वप्रथम जिनका नाम आता है वह हैं जवागल श्रीनाथ, इरफान पठान, मुनाफ पटेल, वेकेंटेश प्रसाद, आर पी सिंह, जहीर खान, श्रीसंत ,हेनरी ओलंगा, हीथ स्ट्रीक , ग्लेन मैकग्रा मिचेल जॉनसन, व सहित और भी कई खिलाड़ियों हैं जिन्होनें पेश फाउंडेशन के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया। 
  •  वर्तमान में पेश फाउंडेशन के निदेशक ग्लेन मैकग्रा है जिन्हें 2 सितंबर 2012 को इस फाउंडेशन का निदेशक नियुक्त किया गया उन्होंने डेनिस लिली का स्थान लिया जो 1987 से लेकर अभी तक इस फाउंडेशन के निदेशक  थे। 
  • अगर देखा जाए तो MRF को प्रायोजित करने में जिस प्रमुख खिलाड़ी का नाम सर्वप्रमुख आता है जैसा कि मैंने आपको बताया कि वे हैं महानतम खिलाडी सचिन तेंदुलकर और उनके अलावा ब्रायन लारा,रोहित शर्मा ,गौतम गंभीर और अगर वर्तमान में देखा जाए तो विराट कोहली, शिखर धवन, एबी डी विलियर्स,  इस ब्रांड को प्रायोजित कर रहे हैं। 
  • इसके अलावा मोटर रेस में भी यह कंपनी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है यही कारण है कि इसने नारायण कार्तिकेयन ,करुण चंडोक जैसे बडे खिलाडी को अपने भी अपने ब्रांड के लिए प्रयोजित किया।
  •  हाल फिलहाल  में ही forbes के द्वारा इस कंपनी को भारत के 50 बड़े ब्रांड में शामिल किया गया है। 
 
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1 comments:

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14 October 2017 at 08:30 ×

It's so nice to get all the informations about MRF.

Selamat Unknown dapat PERTAMAX...! Silahkan antri di pom terdekat heheheh...
Balas
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admin
Thanks for your comment

SONY THE BRIEF HISTORY AND SUCCESS STORY OF SONY COMPANY IN HINDI (सोनी कंपनी का इतिहास और सफलता की कहानी )

दोस्तों ब्रांड की कहानी में आप लोगों का फिर से स्वागत है आज मैं आप लोगों को उस ब्रांड के बारे में बताने जा रहा हूं जो कि इलेक्ट्र...

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